मूल्य आधारित शिक्षा के बिना भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता: सी. नारायण
महाकुम्भनगर,10 फरवरी (हि.स.)। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा महाकुंभ मेला क्षेत्र में आयोजित ज्ञान महाकुंभ को संबोधित करते हुए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान इसरो के अध्यक्ष सी. नारायण ने कहा कि मूल्य आधारित शिक्षा के बिना भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता। उन्होंने भारतीय जनमानस को विज्ञान से जोड़ने पर बल दिया।
न्यास के सचिव अतुल कोठारी ने कहा कि देश बदलना है तो शिक्षा बदलो। उन्होंने पारित संकल्प और घोषणाओं के क्रियान्वयन के लिये प्रांत संयोजकों की बैठक का आह्वान किया। ज्ञान महाकुंभ में 50 से अधिक विश्वविद्यालय और संस्थाओं के कुलपतियों, निदेशकों सहित सैकड़ों शिक्षकों और हजारों छात्र-छात्राओं ने तीन दिनों के गहन मंथन के उपरांत अनेक संकल्प पारित किये। इस दौरान विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश, मातृभाषा और मातृभूमि का संरक्षण व संवर्धन, स्वभाषा में शिक्षा और शोध, विद्यार्थियों में समरसता व सांस्कृतिक मूल्यों के अनुपालन से संबंधित संकल्प पास किए गए। यह भी प्रस्ताव पारित हुआ कि इंडिया के स्थान पर भारत नाम का प्रयोग हो, इसके लिए न्यास के कार्यकर्ता देश भर में अभियान चलाएंगे। साथ ही सभी संवैधानिक प्रमुखों और राज्य प्रमुखों को 11 लाख हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन भी सौंपेंगे।