मंदसौरः लहसुन के लगातार भाव गिरने से आक्रोशित हुए किसान
मंदसौर, 18 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के मल्हारगढ क्षेत्र में किसानों ने बड़ी उम्मीद के साथ उंटी एवं देशी लहसुन बोई थी कि अच्छे दाम मिलेंगे और सामाजिक कार्य के साथ ही लेन देन भी हो जायेगा लेकिन लहसुन के दाम लगातार गिरने से किसानों के साथ ही व्यापारियों की भी नींद उड़ाकर रख दी है। मंगलवार को दोपहर 2 बजे मल्हारगढ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा आदि ने गांवों में खेतों में पहुंच कर लहसुन उत्पादक किसानों से चर्चा की।
सुपड़ा के किसान प्रहलाद पाटीदार ने बताया कि मेंने 14 क्विंटल उंटी लहसुन, 50 हजार रुपये क्विंटल में बीज लाकर सात बीघा में बोई थी जो 7 लाख रुपये का था ओर तीन लाख पचास हजार रुपये हकाई जुताई बुआई कीटनाशक छिड़काव व लहसुन कटाई का खर्चा हो गया।ओर लहसुन 4 से 6 हजार ही बिक रही है यह बड़ा घाटा है परिवार में मांगलिक कार्य भी है बीज भी इधर उधर से कर्ज लेकर लाया था और अब बीज का पैसा भी निकलना मुश्किल ही लगरहा है खेती किसानी बहुत घाटे का धंधा होने लगा है।
किसान बाबुखा मेवाती ने बताया कि मैने दस बीघा में उंटी एवं देशी लहसुन बोई थी आज उंटी लहसुन कृषिउपज मंडी में लाकर बेची जो मात्र 4800 रुपये क्विंटल ही बिकी काफी नुकसान हुवा ओर आगे भी अच्छे भाव मिलने की उम्मीद नही है लागत मूल्य तो दूर मजदुरो की मजदूरी भी व फसल पर होने वाला खर्च भी मिलना कोसो दूर की बात है।
मल्हारगढ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि किसानो को भाजपा सरकार में लहसुन सहित अन्य फसलों के वाजिब दाम नही मिलने से किसान खून के आंसू बहाने पर मजबूर है, शर्मा ने कहा कि सरकार की मिलीभगत से ही चाईना की लहसुन अफगानिस्तान के रास्ते भारत आरही है इस कारण भी यहां के किसानों व व्यापारियों को दु:खी एवं परेशान होना पड़ रहा है, उन्हें अच्छे भाव नहीं मिला रहे हैं।
काँग्रेसजनों ने किसानों एवं महिलाओं के साथ लहसुन के भाव नहीं मिलने पर अनूठा प्रदर्शन किया खेत मे उखाड़ी हुई उंटी कि लहसुन को जोकि मृत ही हो चुकी है उसपर सफेद कपड़ा कफन ओढ़ाकर पुष्पमाला व पुष्पांजलि अर्पित कर विरोध प्रदर्शन कर भाजपा सरकार से उपज के अच्छे भाव की मांग की।
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