फिल्म निर्देशक फराह खान के खिलाफ एक गंभीर विवाद सामने आया है, जिसमें उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। यह मामला लोकप्रिय सोशल मीडिया प्रभावित हिंदुस्तानी भाऊ उर्फ विकास पाठक द्वारा दर्ज कराया गया है। विकास ने खार पुलिस स्टेशन में फराह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। विकास के वकील, एडवोकेट अली काशिफ खान देशमुख के अनुसार, फराह ने होली के पर्व को ‘छपरी’ त्योहार कहकर बेहद अपमानजनक टिप्पणी की है।
इस विवाद की जड़ एकंतः तब शुरू हुई जब फराह ने लोकप्रिय शो ‘सेलिब्रेटी मास्टरशेफ’ के एक एपिसोड में होली के बारे में बात की। उनके द्वारा की गई टिप्पणी में उन्होंने कहा था कि यह त्योहार ‘छपरी लड़कों’ का पसंदीदा है। इस टिप्पणी से भारतीय दर्शकों के बीच नाराजगी फैल गई है, और उनके वीडियो का सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसार होने लगा है। इस वीडियो के चलते लोग फराह के खिलाफ सोशल मीडिया पर तीखे कमेंट और आलोचना करने लगे हैं।
विकास पाठक की शिकायत में यह भी बताया गया है कि फराह की टिप्पणियों को ‘छपरी’ शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर अपमानजनक संदर्भ में किया जाता है, इसलिए यह हिंदू समुदाय को अत्यंत निराश करने वाली बात है। कई लोगों ने फराह से माफी की मांग की है, जबकि कुछ लोगों ने उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की अपील की है। इस संदर्भ में, कुछ उपयोगकर्ताओं ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी टैग किया है, ताकि उन्हें इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए प्रेरित किया जा सके।
फराह खान का यह बयान ना केवल एक व्यक्तिगत विवाद बन गया है, बल्कि यह समाज में धार्मिक संवेदनाओं के प्रति एक गंभीर समस्या भी उत्पन्न कर रहा है। इस तरह की टिप्पणियों का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है, और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। धार्मिक भावनाओं के प्रति संवेदनशीलता का ध्यान रखते हुए, ऐसे मुद्दों को बहुत सावधानी से निपटाया जाना चाहिए।
फराह खान के दिव्य और रंगीन करियर का यह नया अध्याय उनके लिए चुनौतीपूर्ण है। उनके लिए यह आवश्यक है कि वे इस विवाद को गंभीरता से लें और अपने प्रशंसकों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का अहसास करें। अब यह देखना होगा कि क्या फराह इस मामले में कोई स्पष्टीकरण देती हैं या फिर उन पर आगे और भी दबाव बढ़ता है।