बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर और राइटर विक्रम भट्ट ने हाल ही में महानायक अमिताभ बच्चन के साथ एक दिलचस्प अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे फिल्म “अग्निपथ” के दौरान एक फाइट सीक्वेंस में अमिताभ ने गलती से गाली दी थी, जिसे बाद में हटाने की आवश्यकता महसूस हुई। विक्रम ने इस बारे में जानकारी रेजियो नशा के साथ एक इंटरव्यू में दी, जिसमें उन्होंने उस खास पल को साझा किया जब अमित जी एक्शन सीक्वेंस में गहराई से डूबे हुए थे और जोश में आकर उन्होंने यह शब्द निकाल दिए।
विक्रम ने विस्तार से समझाया कि फिल्म के उस फाइट सीन में अमिताभ को विलेन पर मुक्के बरसाने थे, और इस दौरान सहकलाकारों को उन्हें उसकी स्थिति से अवगत कराना था, क्योंकि जिस किरदार को वह मार रहे थे, वह पहले ही मर चुका था। विक्रम ने कहा, “उस समय तीन कैमरे चल रहे थे। पुराने ज़माने में कैमरे बहुत तेज आवाज करते थे, लेकिन अमित जी शॉट में इतने मग्न थे कि उन्होंने चूकते हुए गाली दे दी। उनका ये सुनकर उस समय कैमरे के पीछे खड़े लोग भी हैरान रह गए।”
जब विक्रम ने इस बारे में डायरेक्टर मुकुल से बात की, तो उन्होंने सीन को बाद में डब करने की बात कही। लेकिन विक्रम ने स्वीकार किया कि वह इस बात को भूल गए कि गाली हटाई जानी थी। उन्होंने बताया कि जब ट्रायल शो में यह सीन दिखाई दिया, तब उन्हें याद आया कि वह इसे हटाना भूल गए और इसी बीच अमिताभ ने मजाक करते हुए कहा, “विक्की, यू आर फायरड।”
विक्रम ने यह भी बताया कि 2004 में फिल्म “ऐतबार” के दौरान भी उनका अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अनुभव अद्भुत था। उन्होंने कहा, “अमित जी के साथ काम करना ऑटोमैटिक कार में बैठने जैसा है। आपको किसी प्रकार की मेहनत नहीं करनी होती, वह अपने काम में पूरी तरह से लीन रहते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जुट जाते हैं।”
इस प्रकार विक्रम भट्ट ने न केवल एक मनोरंजक किस्से के जरिए अमिताभ बच्चन की एक और अद्भुत कहानी साझा की, बल्कि फिल्म उद्योग में उनके काम करने के तरीके का भी जिक्र किया। ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि कैसे सटीकता और पेशेवराना अंदाज से काम करते हुए भी कभी-कभी हल्की-फुल्की चूकें हो सकती हैं, जो एक कलाकार की सहजता को प्रकट करती हैं।