बिलासपुर के पूर्व कांग्रेस विधायक पर हमले से सियासत गरमाई
शिमला, 15 मार्च (हि.स.)। बिलासपुर के पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर पर हुई गोलीबारी को लेकर प्रदेश में सियासी माहौल गरमा गया है। फिलहाल बंबर ठाकुर आईजीएमसी शिमला में भर्ती हैं, जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत अब स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं। इस हमले के पीछे उन्होंने भाजपा के एक विधायक पर सीधा आरोप लगाया है और कहा है कि हमलावरों को उनका संरक्षण प्राप्त था।
पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा है कि उन पर हमला करने वाले लोग नशे के कारोबार से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि चिट्टा तस्करी के खिलाफ उन्होंने बिलासपुर में अभियान छेड़ा हुआ है, जिससे नाराज होकर तस्करों ने उन पर गोलियां चलाईं। ठाकुर ने आरोप लगाया कि यह हमला एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया और इसके पीछे भाजपा के एक विधायक का हाथ है। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा से शूटर बुलवाकर उन पर हमला कराया गया।
बंबर ठाकुर ने कांग्रेस की सुक्खू सरकार पर भी सवाल उठाए और कहा कि जब कांग्रेस सरकार में ही पूर्व विधायकों की सुरक्षा नहीं हो पा रही है तो भाजपा सरकार में अपराधी सीधे हत्या करने से भी नहीं हिचकेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले को गंभीरता से लेने की मांग की।
बंबर ठाकुर ने यह भी कहा कि उन्होंने आत्मरक्षा के लिए पिस्तौल के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनकी फाइल एक महीने से गृह विभाग में अटकी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते उन्हें हथियार का लाइसेंस मिल जाता तो शायद वे अपनी सुरक्षा खुद कर पाते।
भाजपा ने किया बंबर ठाकुर पर पलटवार
बंबर ठाकुर के आरोपों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि पूर्व विधायक बिना किसी ठोस सबूत के भाजपा विधायक पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो गई है और कांग्रेस सरकार अपराधियों को पकड़ने में नाकाम रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दी जाए।
पूर्व विधायक आइजीएमसी में उपचाराधीन, हालत स्थिर
आईजीएमसी शिमला के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राहुल राव ने बताया कि पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें जांघ में गोली लगी है, लेकिन गोली शरीर से बाहर नहीं निकली है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर रख रही है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर है।
उन्होंने कहा कि ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति की समीक्षा कर रही है और अभी के लिए उन्हें बिना सर्जरी के इलाज दिया जाएगा।
हमलावरों की तलाश में जुटी पुलिस
इस हमले को लेकर बिलासपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस के अनुसार घटनास्थल से कुछ अहम सुराग मिले हैं और जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस हमले में किसी राजनीतिक साजिश की भूमिका है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने फरार आरोपियों को जल्दी पकड़ने के पुलिस को आदेश दिए हैं।
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