प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निकाय चुनाव में पार्टी के खिलाफ बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले और पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त नेताओं को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह निर्णय पार्टी द्वारा अनुशासनहीनता को रोकने और पार्टी की एकता को बनाए रखने के लिए लिया गया है।
कांग्रेस पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह बागी उम्मीदवारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी और पार्टी के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। पार्टी नेताओं का मानना है कि बागी उम्मीदवारों की गतिविधियां पार्टी के लिए हानिकारक हैं और इससे पार्टी की छवि खराब होती है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के इस निर्णय से स्पष्ट होता है कि पार्टी अनुशासनहीनता के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि यह निर्णय पार्टी कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने के लिए प्रेरित करेगा और पार्टी की एकता को मजबूत करेगा।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि पार्टी के खिलाफ बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले नेताओं को पार्टी से निष्कासित करना अनिवार्य था। उन्होंने कहा कि पार्टी की पहली प्राथमिकता पार्टी की एकता और अनुशासन को बनाए रखना है, और इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
पार्टी नेताओं का मानना है कि निष्कासित नेताओं को अपनी गलतियों का एहसास होगा और वे भविष्य में पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे। पार्टी के कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि यह निर्णय पार्टी को मजबूत बनाएगा और पार्टी की छवि को बेहतर बनाएगा।