मतदान राष्ट्र सेवा के लिए पहली सीढ़ी : मुख्य चुनाव आयुक्त

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मतदान राष्ट्र सेवा के लिए पहली सीढ़ी : मुख्य चुनाव आयुक्त

फिरोजाबाद, 9 मार्च (हि.स.)। मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत सरकार ज्ञानेश कुमार रविवार को सिरसागंज स्थित अपनी ननिहाल पहुंचे। उन्होंने परिवारीजनों के अलावा लोगों से भी मुलाकात की। उन्होंने यहां अपने संबाेधन में कहा कि निर्वाचन आयोग हमेशा से ही मतदाताओं के साथ खड़ा था, खड़ा है और आगे भी खड़ा रहेगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने मतदान काे राष्ट्र सेवा के लिए पहली सीढ़ी बताया।

मुख्य चुनाव आयुक्त अपने आईएएस बनने की गाथा को भी बयां किया। साथ ही साथ उन्होंने मुख्य निर्वाचन के रूप में निभाई जा रही अपनी भूमिका और चुनौती के बारे में भी लोगों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में पूरे भारत में 50 लाख से अधिक निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहा हूं। इतने बड़े दायित्वों को निभाने के लिए मैंने सदैव धैर्य का परिचय दिया है।

उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 में हुई थी। हम लोकतंत्र की नींव के पत्थर है और हमारे ऊपर ही लोकतंत्र की इमारतें बनती हैं। मैं यहां आकर अत्यंत अपनत्व महसूस कर रहा हूं। चुनाव आयुक्त होने के नाते भारत के हर नागरिक जिसने 18 साल की आयु पूरी कर ली है उससे निर्वाचक बनने और उसके बाद मतदान करने का प्रण लेने को कहूंगा।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, अपर जिलाधिकारी विशु राजा, उप जिलाधिकारी सिरसागंज आदि उपस्थित रहे।

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