देहरादून, 9 अगस्त । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने रक्षाबंधन के अवसर पर शनिवार को हर्षिल घाटी के आपदा प्रभावित क्षेत्र धराली पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की कमान संभाली। उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय स्वयंसेवकों का हौसला बढ़ाया।
धराली पहुंचने से पहले डॉ. आर. राजेश कुमार ने चिन्यालीसौड़ हेलीपैड और मातली स्थित ITBP राहत शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां यात्रियों और आपदा प्रभावित लोगों से संवाद कर उनका हालचाल जाना। शिविरों में स्वास्थ्य परीक्षण व्यवस्थाओं को परखा और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान चिन्यालीसौड़ में 158 और मातली हेलीपैड पर 170 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाया गया।
शिविर में मौजूद महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने भी उन्हें राखी बांधी। स्वास्थ्य सचिव ने कहा त्योहार पर अपने घर से दूर रहकर सेवा में जुटी हमारी टीम का यह समर्पण अविस्मरणीय है।
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने जवानों से मुलाकात कर उनके जज़्बे की सराहना की। उन्होंने जवानों के साथ दोपहर का भोजन किया और कहा कि कठिनतम परिस्थितियों में भी आपकी सेवा भावना अद्वितीय है।
धराली में घायल और बीमार लोगों से मिलकर स्वास्थ्य सचिव ने भरोसा दिलाया कि सभी बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत और निरंतर उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने भविष्य में इस क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक स्वास्थ्य योजना तैयार करने की घोषणा की, ताकि आपदा जैसी परिस्थितियों में किसी को भी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भटकना न पड़े।
स्वास्थ्य विभाग ने चिन्यालीसौड़ से धराली तक विशेषज्ञ डॉक्टरों के नेतृत्व में कई स्वास्थ्य टीमों की तैनाती की है, जो लगातार 24 घंटे लोगों के स्वास्थ्य की जांच, उपचार और सहायता में जुटी हैं। जिला चिकित्सालय में भी स्वास्थ्य सचिव ने आपदा में घायल मरीजों का हालचाल लिया और प्रमुख अधीक्षक को निर्देश दिए कि किसी भी मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में कोई कमी न रहे।
इस मौके पर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य गढ़वाल मंडल डॉ. सीपी त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएस रावत, राज्य नोडल अधिकारी डॉ बिमलेश जोशी, प्रमुख अधीक्षक डॉ. पीएस पोखरियाल, नोडल अधिकारी चिन्याली डॉ. विनोद कुकरेती एवं नोडल अधिकारी मातली डॉ. बी.एस. पांगती मौजूद रहे।