उत्तराखंड राजभवन में ‘वसंतोत्सव-2025’ का भव्य शुभारंभ

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उत्तराखंड राजभवन में ‘वसंतोत्सव-2025’ का भव्य शुभारंभ

-राज्यपाल ने किया जटामांसी डाक आवरण का विमोचन

देहरादून, 7 मार्च (हि.स.)। उत्तराखंड के राजभवन में आज ‘वसंतोत्सव-2025’ का रंगारंग शुभारंभ राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने किया। इस अवसर पर पारंपरिक लोक नृत्य, संगीत और फूलों की खुशबू से माहौल सुरभित हो उठा। कार्यक्रम में राज्यपाल ने औषधीय गुणों से भरपूर पौधे ‘जटामांसी’ पर विशेष डाक आवरण का विमोचन किया और डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।

कार्यक्रम की शुरुआत आईएमए, पीएसी और होमगार्ड के जवानों ने बैंड की मधुर धुनों से समां बांध दिया। जौनसार से आए कलाकारों ने पारंपरिक हारूल नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गोरखा राइफल्स के जवानों ने खुखरी नृत्य के माध्यम से अपनी अद्भुत शारीरिक और मानसिक शक्ति का प्रदर्शन किया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार की छात्राओं ने योग प्रदर्शन के दौरान अद्भुत करतब दिखाए, निरामया योगम रिसर्च फाउंडेशन, हरिद्वार व उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज, देहरादून ने भरत नाट्यम आधारित योग नृत्य और शिव तांडव की मनमोहक प्रस्तुति दी। निर्देशन योगाचार्य डॉ. उर्मिला पाण्डे ने किया और उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज, देहरादून के रोहित कुमार 38वें राष्ट्रीय खेल के गोल्ड मेडलिस्ट ने एकल आर्टिस्टिक योगा का प्रदर्शन किया। वहीं आईटीबीपी के जवानों ने कराटे का प्रदर्शन कर रोमांच पैदा किया। राज्यपाल ने सभी प्रतिभागियों से मुलाकात कर उनकी प्रस्तुतियों की सराहना की।

राज्यपाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विभिन्न स्कूलों के बच्चों से मुलाकात की और उनकी पेंटिंग की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने वसंतोत्सव में लगी फूलों की प्रदर्शनी और विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण कर उनके बारे में जानकारी ली। फूलों से सजे सेल्फी प्वाइंट को देखने के लिए लोगों में भारी उत्साह देखा गया और वहां फोटो खिंचवाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड को प्रकृति और सांस्कृतिक विरासत का अनमोल उपहार मिला है। यहां के पुष्प न केवल सौंदर्य और विशिष्टता में अद्वितीय हैं, बल्कि राज्य को ‘पुष्प प्रदेश’ के रूप में स्थापित करने की असीम संभावनाएं भी रखते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में शहद, सुगंधित पौधों और फूलों के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं, जो राज्य की आर्थिक समृद्धि और ग्रामीण विकास में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती हैं।

राज्यपाल ने कहा कि वसंतोत्सव-2025 में इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित आगंतुक गणना और क्यूआर कोड फीडबैक सिस्टम जैसी नई पहल की गई हैं। उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय और आईटीडीए के सहयोग से ये नवाचार उत्सव को अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाएंगे। यह आयोजन न केवल पुष्प प्रेमियों के लिए बल्कि तकनीकी विकास के लिए भी एक नया आयाम स्थापित करेगा।

राज्यपाल ने अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस आयोजन में भाग लें, उत्तराखण्ड के पुष्पों की विलक्षणता का अनुभव करें और प्रकृति के इस अद्भुत उत्सव का आनंद लें। वसंतोत्सव के आयोजन में कट फ्लावर (पारंपरिक) प्रतियोगिता में 621 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारंपरिक) श्रेणी में 145 प्रतिभागी, कट फ्लावर (दिव्यांग श्रेणी) में 05 प्रतिभागी, महिला पुष्प उत्पादक 76 प्रतिभागी, पॉटेड प्लांट श्रेणी(प्राइवेट नर्सरी) में 18, लूज फ्लावर श्रेणी में 44, पॉटेड प्लांट (गैर पुष्प) श्रेणी में 19 प्रतिभागी, सब्जी उत्पादन 42, कैक्टस एवं सेकुलेंट श्रेणी में 22, बोनसाई श्रेणी में 17, टेरारियम श्रेणी में 02, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 12, हाइड्रोपोनिक्स कल्टीवेशन श्रेणी में 05, पॉट्स फॉर गार्डनिंग 18, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 42, शहद की श्रेणी में 53, फ्रेश पेटल रंगोली में 20 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 1070 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया गया है।

आज के आयोजन में कुल 15 श्रेणियों की 55 उप श्रेणियों में कुल 2231 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार निर्णायक मंडल के निर्णय के बार 09 मार्च को दिए जाएंगे। वसंतोत्सव में विभिन्न संस्थानों, व्यक्तियों नपे 214 स्टॉल लगाए गए हैं। इस दौरान राज्य के 26 विभिन्न राजकीय संस्थानों ने स्टॉल पर अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले, माता मंगला, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डॉ. एसएन पाण्डेय, महानिदेशक कृषि एवं उद्यान रणवीर चौहान, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, निदेशक उद्यान दीप्ति सिंह आदि मौजूद रहे।

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