आयुक्त प्रो. हिमांशु शेखर झा ने विभागाध्यक्षों और संकायाध्यक्षों के साथ बैठक कर उच्च शिक्षण संस्थानों में वर्ष 2016 से लागू दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के प्रभावी अनुपालन पर बल दिया। उनका कहना था कि अब हीमोफीलिया जैसी बीमारियों को भी दिव्यांगता की श्रेणी में शामिल कर आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है, ऐसे में समाज को भी दिव्यांगजनों को उनके अधिकार दिलाने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
इस अवसर पर कार्यवाहक निदेशक व विभागाध्यक्ष प्रो. रजनीश पांडे ने आयुक्त का परिसर में स्वागत किया, जबकि प्रो. आरसी जोशी ने आभार व्यक्त किया। प्रो. झा को पुष्पगुच्छ, शॉल व गणेश प्रतिमा भेंटकर सम्मानित किया गया। इस दौरान वनस्पति विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम में प्रो. झा के साथ प्रो. पीएल उनियाल (दिल्ली विश्वविद्यालय), प्रो. सतीश चंद्र गरकोटी (रेकटर, जेएनयू), प्रो. प्रीति चतुर्वेदी (विभागाध्यक्ष, पंतनगर विश्वविद्यालय) व प्रो. ललित तिवारी ने किम्मू, गुड़हल और पदम के पौधों का पौधरोपण किया।
कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण संरक्षण के िलए ग्रीन नेचर अभियान से जुड़ने की अपील की गई। आयोजन में प्रो. चित्रा पांडे, प्रो. ज्योति जोशी, प्रो. गिरीश रंजन तिवारी, प्रो. सुचि बिष्ट, प्रो. आशीष मेहता, प्रो. एलएम जोशी, प्रो. लता पांडे, प्रो. सुषमा टमटा, प्रो. नीलू लोधियाल, डॉ. प्रभा पंत, डॉ. हर्ष चौहान, डॉ. नवीन पांडे, डॉ. हेम जोशी, डॉ. हिमानी कार्की, डॉ. ऋचा गिनवाल, लता, वसुंधरा, विशाल सहित कई अन्य प्रतिभागी मौजूद रहे।