ऑक्टा व ऑटा ने इंक्रीमेंट समाप्त करने के विरोध में यूजीसी को दिया ज्ञापन
-संघटक महाविद्यालय में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
प्रयागराज, 07 मार्च (हि.स.)। यूजीसी द्वारा पीएच.डी और एम.फिल इंक्रीमेंट के समाप्त किए जाने के विरोध में शुक्रवार को नई दिल्ली में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) कार्यालय के सामने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) की ओर से विशाल धरना और प्रदर्शन का आयोजन किया गया,जिसमें ऑक्टा अध्यक्ष प्रो उमेश प्रताप सिंह, ऑटा अध्यक्ष प्रो ए आर सिद्दीकी और ऑक्टा कोषाध्यक्ष डॉ हरिश्चंद्र यादव ने भाग लिया। ऑक्टा और ऑटा अध्यक्ष ने डूटा अध्यक्ष प्रो ए के भागी को यूजीसी और शिक्षा मंत्रालय के शिक्षक विरोधी कदमों का पुरजोर विरोध करने के लिए अपना समर्थन पत्र सौंपा। सभा के बाद यूजीसी के अधिकारियों को अपना ज्ञापन सौंपा।यूजीसी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर बनाई गई कमेटी की जल्द ही बैठक करेंगे और एक तार्किक रिपोर्ट तैयार करके उसे शिक्षा मंत्रालय भेजेंगे, जिससे यह मुद्दा शीघ्र सुलझ जाए। डूटा के अध्यक्ष प्रो.ए.के.भागी ने कहा कि जिस लाभ को यूजीसी 1986 से दे रहा है, उसे अचानक समाप्त कर दिया जाना अतार्किक और अन्यायपूर्ण है। इस प्रकार के कदमों से यूजीसी की प्रासंगिकता लगातार कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि यूजीसी का नया प्रस्तावित रेगुलेशन भी शिक्षकों के अधिकारों और लाभों में कटौती करने वाला है जिसका शिक्षक प्रबल विरोध करेंगे।ऑक्टा अध्यक्ष प्रो. उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि यूजीसी के अपने ही रेगुलेशन के विरोध में पत्र निकालना विरोधाभासी और हास्यास्पद है। इससे पूरे देश के कई हजार शिक्षक प्रभावित होंगे। इस संदर्भ में किसी निर्णायक लड़ाई के लिए देश के सभी शिक्षकों को एकजुट होना होगा। ऑटा अध्यक्ष प्रो. ए आर सिद्दीकी ने कहा शोध करने में अधिक समय लगने के कारण ही शिक्षकों की नौकरी पाने की औसत आयु अधिक होती है, जिसके कारण पीएचडी और एमफिल का इंक्रीमेंट दिए जाने का प्रावधान किया गया। शिक्षकों के हितों के लिए किसी भी प्रकार की लड़ाई में ऑटा डूटा के साथ है।यह जानकारी ऑक्टा अध्यक्ष प्रो. उमेश प्रताप सिंह ने देते हुए बताया कि यूजीसी द्वारा पीएच.डी और एम.फिल इंक्रीमेंट के समाप्त किए जाने के विरोध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी 11 संघटक महाविद्यालयों के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया।