संस्कृत शिक्षा के प्रोत्साहन-विस्तार के लिए प्रभावी कार्य करने का भराेसा

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संस्कृत शिक्षा के प्रोत्साहन-विस्तार के लिए प्रभावी कार्य करने का भराेसा

जयपुर, 7 मार्च (हि.स.)। संस्कृत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शुक्रवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में संस्कृत शिक्षा के प्रोत्साहन एवं विस्तार कि दिशा में प्रभावी कार्य करने का भराेसा दिलाया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा वैदिक शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए चरणबद्ध रूप से आदर्श विद्यालय स्थापित किए जाएंगे। प्रथम चरण में कोटा, जयपुर, अजमेर एवं जोधपुर संभाग में संस्कृत विभाग के अन्तर्गत वेद विद्यालय खोलने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।

दिलावर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा वेद विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों का मानदेय 8000 से बढ़ाकर 15 हजार रुपये प्रतिमाह करने के लिए नवम्बर 2024 में इसकी वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। संस्कृत शिक्षा मंत्री ने विधायक यूनुस खान के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि वर्तमान में कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के अधीन राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा वेदिक शिक्षा के लिए 39 वेद विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। दिलावर ने बताया कि राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा संचालित वेद विद्यालयों में वेदाध्ययनरत विद्यार्थियों को 500 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में छात्रवृत्ति बढ़ाने के निर्णय पर राज्य सरकार के स्तर से कोई प्रकरण विचाराधीन नहीं है।

दिलावर ने बताया कि राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा संचालित वेद विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को अध्ययन के दौरान निकटतम विद्यालय में प्रवेश कराकर आगे की शिक्षा जारी रखी जाती है तथा सुबह-शाम दाे-दाे घण्टे स्वाध्याय भी कराया जाता है।

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