भारतीय बल्लेबाज रिंकू सिंह ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टी-20 मैच में एक ऐसा छक्का लगाया था जिसने सेंट जॉर्ज स्टेडियम का शीशा तोड़ दिया था। यह घटना दिसंबर 2023 में हुई थी और तब से अब तक शीशा बदला नहीं गया है। स्टेडियम के अधिकारियों का कहना है कि बजट की कमी के कारण शीशा नहीं बदला जा सका है।
रिंकू सिंह ने उस मैच में अपनी पहली हाफ सेंचुरी लगाई थी और उन्होंने 39 गेंदों में 9 चौकों और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 68 रन बनाए थे। उनके रन 174.35 की स्ट्राइक रेट से आए थे और भारत ने 180/7 का स्कोर खड़ा किया था। हालांकि साउथ अफ्रीका ने बारिश के कारण 15 ओवर में 152 रन के DRS लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच जीत लिया था।
स्टेडियम के एक अधिकारी ने बताया कि शीशा तोड़ने से सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है इसलिए इसे तुरंत बदलना जरूरी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अगस्त में आए तूफान की वजह से एक स्टैंड की पूरी छत उड़ गई थी और इसकी मरम्मत पर लगभग 18 लाख रुपये खर्च करने पड़े। स्टेडियम की छत और अन्य जरूरी मरम्मत को प्राथमिकता दी गई है।
स्टेडियम के कर्मचारियों ने कहा है कि वे रिंकू सिंह से उम्मीद करते हैं कि वह वापस आएं और टूटे शीशे पर अपना ऑटोग्राफ दें। यह शीशा स्टेडियम में एक यादगार पल के रूप में रखा जा सकता है। रिंकू सिंह ने मैच के बाद शीशा तोड़ने के लिए माफी मांगी थी। उन्होंने भारत के लिए 30 टी-20 मैचों में 46.09 के औसत और 165.14 के स्ट्राइक रेट से 507 रन बनाए हैं।
एक अन्य मैच में MI केप टाउन के बल्लेबाज डेवाल्ड ब्रेविस ने भी लगभग उसी जगह पर छक्का लगाया था जहां रिंकू सिंह ने शीशा तोड़ा था। यह घटना SA-20 के तीसरे सीजन के पहले मैच में हुई थी। स्टेडियम के अधिकारियों का कहना है कि शीशा बदलने के लिए क्रेन और भारी मशीनरी की जरूरत पड़ेगी जो मैच के दौरान संभव नहीं है।