गुरुग्राम: लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले सात ठग गिरफ्तार

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अदालत ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा

गुरुग्राम, 2 सितंबर । लोन के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए सात ठगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सहायक पुलिस आयुक्त प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में की गई। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से पांच मोबाइल फोन और 70 हजार रुपयों की नकदी बरामद की है। मंगलवार को पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां से इन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

आरोपियों की पहचान आरोपियों की पहचान मोहम्मद मुज्जफर अली निवासी गांव महसपुर, जिला वैशाली (बिहार) अमीर हुसैन निवासी साउथ 24 परगना (पश्चिम-बंगाल) मोहम्मद कासिफ निवासी गांव शेखाना खुर्द, बिहार, मोहम्मद इरफान अंसारी निवासी गाँव मिर्जापुर, जिला दरबंगा बिहार, अंकित कुमार निवासी कापसहेड़ा दिल्ली, सुमित ढिका निवासी नांगली विहार (दिल्ली) व सुमित कुमार निवासी केशवपुर शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। ये सभी आरोपी फिलहाल कापसहेड़ा में ही रहते थे।

जानकारी के अनुसार साइबर ठगों का यह गिरोह लोन कंपनी से ग्राहकों का डाटा ले लेता था। आरोपी इरफान, सुमित ढिका और सुमित कुमार डेटा उपलब्ध कराते थे। अमीर हुसैन और कासिफ ग्राहकों को सस्ते ब्याज पर लोन दिलाने का झांसा देकर फंसा लेते थे। गिरोह का सदस्य अंकित कापसहेड़ा में सीएससी सेंटर चलाता है जो फर्जी यूपीआई आईडी और क्यूआर कोड बनाकर ग्राहकों के पैसे ट्रांसफर कर लेता था। ठग गिरोह की जानकारी मिलते ही सहायक पुलिस आयुक्त प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में टीम का गठन हुआ।

पुलिस टीम ने 29 अगस्त को मुजफ्फर को गुरुग्राम से वहीं 30 अगस्त को अमीर हुसैन और कासिफ को नालंद से गिरफ्तार कर लिया। इसी दिन पुलिस ने इरफान और अंकित को भी गुरुग्राम से पकड़ लिया। पुलिस के अनुसार सुमित ढिका और सुमित कुमार को पुलिस ने 31 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी मुजफ्फर अपने साथियों के साथ मिलकर ठगी की योजना बनाने का काम करता था।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ठगी गई रकम में से मुजफ्फर अपने साथियों को 7 से 30 प्रतिशत तक कमिशन देता था। पुलिस प्रवक्ता के अनुर सुमित ढिका और सुमित कुमार को एक सितंबर को तथा बाकी पांच आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।