प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान देशभर में वन्यजीव प्रबंधन में बेहतर योगदान देगा: राज्यपाल

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प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान देशभर में वन्यजीव प्रबंधन में बेहतर योगदान देगा: राज्यपाल

देहरादून, 29 जनवरी (हि. स.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने बुधवार को वन्यजीव प्रबंधन में 39वें प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के अधिकारी प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान देशभर में वन्यजीव प्रबंधन में बेहतर योगदान देगा।

बुधवार को राज्यपाल ने 39वें वन्यजीव प्रबंधन प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि यह बातें कही। यह पाठ्यक्रम भारत के विभिन्न राज्यों के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर, डिप्टी रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर और समकक्ष अधिकारियों के लिए तीन महीने का प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो भारतीय वन्यजीव संस्थान में आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर राज्यपाल ने अधिकारी प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र और पदक भी प्रदान किए।

राज्यपाल ने वरिष्ठ वन्यजीवविदों, स्व. डॉ. ए.जे.टी. जॉनसिंह और डॉ. जी.एस. रावत के प्रयासों की सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि ‘मैं वन्यजीव समुदाय में एक सकारात्मकता महसूस करता हूं और वन्यजीव संरक्षण में नवीनतम तकनीक के उपयोग को देखकर संतुष्ट हूं।’

कार्यक्रम के दौरान, राज्यपाल ने संस्थान की दो पुस्तकों , ब्रेन जिम एक्टिविटी – नदी पर निर्भर जानवर और और गंगा और इसकी सहायक नदियों का उत्सव का विमोचन भी किया। राज्यपाल ने संस्थान की ओर से स्थापित एक डिजिटल रिपॉजिटरी का भी उद्घाटन किया, जिसमें शोध प्रबंध, पीएचडी डिसर्टेशन, तकनीकी रिपोर्ट और अन्य प्रकाशित सामग्री का संग्रह है।

इसके अलावा, राज्यपाल ने जल जीवन मिशन के तहत जल खाता अभियान की शुरुआत की, जो स्कूल बच्चों और स्थानीय समुदायों को वर्षा जल संरक्षण प्रयासों में शामिल करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाएगा। यह अभियान पहले उत्तराखंड के स्कूलों और समुदायों में शुरू होगा और बाद में गंगा बेसिन के अन्य राज्यों में विस्तारित किया जाएगा।

इस अवसर पर संस्थान के निदेशक, वीरेंद्र आर. तिवारी ने राज्यपाल का धन्यवाद करते हुए कहा कि संस्थान देश में वन्यजीव संरक्षण रणनीतियों में सक्रिय रूप से योगदान दे रहा है।

‘वन्यजीव संरक्षण गोल्ड मेडल’ सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु बेथसेबी लालरेम्रुआती, रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर, मिजोरम को दिया गया। ‘सिल्वर मेडल फॉर बेस्ट ऑल राउंड वाइल्डलाइफर’ उमेश, रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर, राजस्थान को प्रदान किया गया और ‘सिल्वर मेडल फॉर बेस्ट परफॉर्मेंस इन वाइल्डलाइफ मैनेजमेंट मॉड्यूल’ राहुल उपाध्याय, रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर, मध्य प्रदेश को प्राप्त हुआ।

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